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यह एक हिंदी ब्लॉग है इस ब्लॉग पर आपको कम्प्यूटर, Internet, मोबाइल और अन्य सभी टेक्नॉलजी से सम्बंधित जानकरी हिंदी में मिलती है।
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Creative Innovative Informative
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Battery की जरूरत तो हम सब को पता है की battery हमारे लिए कितनी जरूरी है। अगर Battery नहीं होगी तो Portable Gadgets जैसे Phone, Laptop, watch, Power Bank को Power नहीं मिल पाएगी और Gadgets काम नहीं कर पाएंगे । घर के और सामान जैसे TV, फ्रिज, Fan ये सब भी Electricity से चलते है पर ये एक जगह Fix रहते है इस लिए इन्हें Battery की जरूरत नहीं होती ये सब wire के जरिये Electricity से चलते है अगर TV और फ्रिज भी साथ ले जाने लायक होती तो शायद इनको चलाने के लिए भी Battery की जरूरत पड़ती ।
पर Battery में Electricity store करने के लिए Electricity की जरूरत तो होती है। पर Battery में Electricity कैसे Store होती है। कभी सोचा है की Battery कैसे Charge होती है और केस Discharge होती है। आज इस Topic में सब कुछ समझ आ जाएगा की Battery charge कैसे होती है। और काम कैसे करती है।
सबसे पहले हम जानते है की Electricity कैसे काम करती है। Electricity Electrons के flow होने से काम करती है जैसे किसी Pipe में पानी Flow होता है वैसे ही wire में Electrons flow करते है। और अब Electrons क्या होते है। हमारे आस-पास हर चीज अणु (Molecule) से बनी है। और हर Molecule परमाणु (Atom) से बना होता है। हर Atom में 3 तरह के कण (Particle ) होते है।
1- Electron ,2-Proton ,3-Neutron.
इन 3 Particle के बारे में कुछ बातें जानना जरूरी है।
1-Electron Proton और Neutron के चारों ओर घूमता है।
2-Electron traveling property का होता है यह अपना स्थान छोड़ सकता है पर Proton और Neutron की जगह fix होती है ये अपने स्थान से नहीं घूम सकते मतलब ये Atom से बाहर नहीं निकाल सकते ।
3– Electron और Proton एक दूसरे को Attract करते है और Electron – Electron को पीछे हटा देता है और Proton – Proton को पीछे हट जाते है। जैसे Magnets में South pole ओर North pole एक दूसरे को Attract करते है। और दोनों same pole होने से Magnets दूर हट जाती है।
4-जैसे हम Magnets के एक Pole को North pole कहते है और दूसरे को South Pole कहते है वैसे ही Electron को Negative Charge (-) और Proton को Positive Charge (+) कहते है।
5-Neutron न तो किसी भी particle के करीब जाता है और न किसी particle से दूर जाता है। इस लिए इसे No Charge Particle कहते है।
6– हर Atom में Electron और Proton की संख्या बराबर होती है। अगर किसी Atom में Electron की संख्या 6 है तो Proton की संख्या भी 6 होगी ।
किसी भी Battery के 3 भाग होते है। Positive terminal (+), Negative terminal (-) और electrolyte. Positive terminal को cathode (+) और Negative terminal को anode (–) भी कहते है। दोनों parts में anode (–) और cathode (+) terminal मैं Electron (-) और Proton (+) की संख्या बराबर होती है और यह दोनों terminal electrolyte से अलग-अलग होती है।
chemical Process के कारण Positive (+) terminalसे कुछ Electron(-) Negative (–) की तरफ चले जाते है। जिससे दोनों तरफ Electron और Proton की संख्या में imbalance हो जाता है। जैसे मान लीजिये Positive terminal मैं Electron और Proton की संख्या 10 है। और Negative मैं भी Electron और Proton की संख्या 10 है। पर chemical Process से सारे Electron Positive से निकाल कर Negative की तरफ चले जाते है इस case में अब Positive terminal में सिर्फ 10 Proton बचे क्यूकि Positive terminal के 10 के 10 Electron Negative की तरफ चले गए। और अब Negative की तरफ 10 Proton और 20 Electron हो गए। जिस से दोनों तरफ Electrons और Protons की संख्या में imbalance हो गया है। और जैसा हम जानते है कि Electron और Proton एक दूसरे को Attract करते है। तो Positive terminal में बचे Proton Negative की तरफ से Extra Electrons को अपनी तरफ खींचेंगे और Negative terminal में जो extra Electron फंसे है वह भी Positive की तरफ जाने की कोशिश करेंगे। पर electrolyte की वजह से वह दोनों आपस में मिल नहीं पाते। अब Negative terminal में फंसे Extra Electrons को अपने Protons के पास जाने के लिए एक रास्ता चाहिए जिससे Electrons और protons की संख्या बराबर हो सके। और जैसे ही हम Positive और Negative को आपस में जोड़ देते है तो Extra Electrons को जाने का रास्ता मिल जाता है और वह उस रास्ते से होकर positive terminal वाले protons से मिल जाते है और फिर से दोनों terminal में Electrons और Protons की संख्या बराबर हो जाती है। जिस रास्ते से हो कर Electrons flow करते है उसी flow को Electricity कहते है।
एक उदाहरण से समझते है हमारे पास एक Battery है। Image में देखें Image 1 में एक battery है उसके 3 Part है। पहला Positive Terminal और दूसरा Negative Terminal और ये दोनों बीच में लगे electrolyte से अलग-अलग है। Negative Terminal में 10 Electron और 10 Proton है। और positive Terminal में भी 10 Electron और 10 Protons है। यहाँ Electron और Proton की संख्या बराबर है। सारे Electron अपने-अपने Protons के पास है। पर Image 2 मैं Positive Terminal में सिर्फ 10 Proton है। और सारे Electrons Negative Terminal में चले गए है। और अब Negative Terminal के पास 20 Electrons और 10 Protons है। इस लिए अब जो Electrons अपने Protons से बिछड़ गए है। और वह उनके पास जान चाहते है। पर उन Electrons को Protons के पास जाने के लिए कोई रास्ता नहीं मिल रहा है। और पर हमने एक बल्ब लगा के उनके लिए एक रास्ता दे दिया है अब Electrons को जाने का रास्ता मिल गया है वह Negative Terminal से बल्ब के रास्ते से हो कर Positive terminal मैं flow करेंगे। और उनके flow होने से Electricity बनती है जिस से बल्ब जलने लग जाएगा । और ये तब तक flow करेंगे जब तक Positive Terminal और Negative Terminal के Electron और Proton बराबर नहीं हो जाते और जैसे ही दोनों Terminal के Electron और Proton बराबर हो जाएंगे तो इनका flow बंद हो जाएगा इस से Electricity भी बंद हो जाएगी। इसका मतलब अब Battery Discharge हो गई है। और अगर हम इसे दुबारा charge करते है तो Charger सारे Electrons को पकड़ कर Negative Terminal में कर देता है। जिस से Electrons फिर से अपने Protons के पास जाने की कोशिश करते है। इस तरह से Battery में Electricity store होता है।
मुझे पूरी आशा है कि आप लोगों को Battery काम कैसे करती है इसके बारे में समझ आ गया होगा। अगर आपको यह Post अच्छी लगी तो आप सभी से गुजारिश है कि आप लोग इस जानकारी को अपने दोस्तों, रिश्तेदारों, के साथ share करें , जिससे कि हमारे बीच जागरूकता होगी और ज्ञान बढ़ेगा । अगर आप लोगों को किसी भी तरह का Doubt है तो आप मुझे बेझिझक comment कर के पूछ सकते है । में पूरी कोशिश करूंगा कि आपके सवाल का जवाब दे सकूँ । और इस post को पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद ।
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