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यह एक हिंदी ब्लॉग है इस ब्लॉग पर आपको कम्प्यूटर, Internet, मोबाइल और अन्य सभी टेक्नॉलजी से सम्बंधित जानकरी हिंदी में मिलती है।
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आप सब लोग प्रिंटर के बारे में तो जानते होगे प्रिंटर क्या होता है? (What is printer?) प्रिंटर एक आउट्पुट डिवाइस होती है जो कंप्यूटर से प्राप्त जानकारी को कागज पर प्रिंट करता है या यह भी कह सकते है कि प्रिंटर सॉफ़्ट कापी को हार्ड कापी में बदलता है। पर हम यहाँ प्रिंटर के प्रकार (Types of printer in hindi) के बारे में बात कर रहे है कि प्रिंटर कितने प्रकार के होते है और कैसे काम करते है। तो चलिए देखते है।
हम प्रिंटर को प्रिंटिंग करने के तरीक़े, गति, आकार, तकनीक के आधार पर दो भागों में बाँट सकते है।
Impact printer वह प्रिंटर होते है जो प्रिंट करने के लिए Impact (प्रभाव) छोड़ते है। इस प्रकार के प्रिंटर के काम करने का तरीक़ा एक टाइपराइटर के समान होता है इसमें एक हैड या धातु का हैमर होता है जो रिबन तथा पेपर पर दबाब देकर पेपर पर अक्षर छापता है। जब हैड रिबन से हो कर पेपर टकराता है तो पेपर पर अक्षर उभर आता है
इस प्रकार के प्रिंटर में हैड तथा पेपर के बीच भौतिक (Physical) सम्पर्क होता है, जिस कारण इस प्रकार के प्रिंटर बहुत ज़्यादा शोर करते है। तथा इनकी प्रिंटिंग क्वालिटी भी सामान्य स्तर की होती है। चलिए जानते है इम्पैक्ट प्रिंटर की श्रेणी (Types of Printer in Impact printer categorie) में कौन-कौन से प्रिंटर आते है।
यह एक ऐसा इम्पैक्ट प्रिंटर है जिसका प्रयोग ग्राफ़िक तथा टेक्स्ट के रूप में पेपर पर आउट्पुट प्राप्त करने के लिए किया जाता है। इसमें एक हैड होता है जिसमें 5×7 या 7×9 के Matrix में पिन लगे रहते है ये पिन आगे -पीछे घूमते रहते है इसका प्रयोग विभिन्न प्रकार के अक्षर तथा Image बनाने के लिए किया जाता है। किसी अक्षर को बनाने के लिए प्रिंटर के हैड की कुछ पिन आगे व कुछ पिन पीछे चली जाती है, इस प्रकार हैड में लगी पिनों में से जब एक एक पिन आगे की तरफ़ होती है तो यह रिबन से होकर पेपर पर दबाब देती है तो पेपर पर एक डॉट प्रिंट होता है। इस प्रकार हैड में पिनों के समूह में से अनेक डॉट्स मिलकर एक Character बनाते है। इस प्रकार के प्रिंटर की प्रिंटिंग संतोषजनक होती है तथा इनसे डॉक्युमेंट प्रिंट करना सस्ता भी होता है। डॉट मेट्रिक्स प्रिंटर की गति को CPS (Character per Second) में नापने आही इनकी गति 30 से 60 CPS (Character per Second) होती है। डॉट मेट्रिक्स प्रिंटर में पहले से बने हुये अक्षर नहीं होते है इसमें हैड में लगे पिनों की मदद से अक्षर बनते है।
इस प्रकार के प्रिंटर में छापे जाने वाले अक्षरों का एक पूरा समूह होता है ये अक्षर लोहे के हैड पर उभरे हुए होते है। जैसे कि टाइपराइटर में होते है। यह हैड रिबन तथा पेपर पर चोट करके अक्षर को छापता है इस प्रकार के प्रिंटर से Image, ग्राफ़िक आदि नहीं छापा जा सकता है।
यह सॉलिड फ़ॉन्ट इम्पैक्ट प्रिंटर की Categorie में आता है इसका हैड गुलबहार फूल के जैसा होता है इस लिए इसको डेज़ी व्हील प्रिंटर बोला जाता है। इस प्रिंटर में एक गोल घूमने वाला पहिया लगा होता है। जसमें सभी छापे जाने वाले अक्षर पहले से मौजूद होते है जो लोहे की तीलियों द्वारा लगाकर डेज़ी फूल के आकार का एक हैड बनाते है।
प्रिंटिंग के समय यह व्हील घूमता रहता है तथा जब उचित अक्षर अपनी सही स्थिति में आता है यानी कि जो अक्षर प्रिंट करना होता है उसकी सही स्थिति आने पर प्रिंटर का हथौड़ा इस अक्षर पर चोट करता है जिससे वह अक्षर रिबन तथा पेपर पर टकराकर पेपर पर छप जाता है। यह प्रिंटर एक समय में एक ही अक्षर छापता है। इस प्रिंटर से प्रिंटिंग करने की गति 30-90 CPS (Character per Second) के लगभग होती है।
लाइन प्रिंटर एक इम्पैक्ट प्रिंटर होता है स्पीड प्रिंटिंग के लिए इसका प्रयोग किया जाता है यह प्रिंटर एक बार में एक अक्षर छापने के बजाय यह प्रिंटर एक बार में एक लाइन को प्रिंट करता है इस प्रिंटर की छापने की गति 300-300 लाइन प्रति मिनट (Lines per Minute)होती है। इसका प्रयोग बड़े कार्यों हेतु किया जाता है।
इस प्रिंटर में एक घूमने वाला बेलनाकार ड्रम होता है, जिस पर छापे जाने वाले विभिन्न अक्षरों के समूह उभरे होते है इस लिए इसको ड्रम प्रिंटर कहते है। प्रिंटिंग करने के समय यह ड्रम घूमता रहता है तथा सही अक्षर आने पर प्रिंटर में लगा एक हथौड़ा इस पर चोट करता है जिससे पेपर पर अक्षर छप जाता है। यह प्रिंटर ड्रम का एक घुमाव पूरा होने पर एक लाइन छापता है इसलिए इसे लाइन प्रिंटर (Line Printer) भी कहते है
यह एक सॉलिड फ़ॉन्ट प्रिंटर के categories का प्रिंटर है जिसमें एक घूमने वाली चेन होती है। इसकी प्रत्येक कड़ी पर एक अक्षर उभरा होता है जिस कारण इसे चेन प्रिंटर कहते है प्रिंट करते समय इसमें लगी चेन घूमने लगती है। तथा सही अक्षर अपनी स्थिति में आने पर प्रिंटर में लगा हथौड़ा इस पर चोट करता है जिस से पेपर पर अक्षर छप जाता है यह प्रिंटर चेन का एक घुमाव पूरा होने पर एक लाइन छापता है। इसी कारण इसे लाइन प्रिंटर भी कहा जाता है।
इस प्रकार के प्रिंटर में प्रिंटिंग हैड तथा पेपर के बीच भौतिक सम्पर्क नहीं होता है पेपर से हैड का स्पर्श ना होने के कारण ये प्रिंटर शोर उत्तपन्न नहीं करते है इस लिए इन्हें नॉन इम्पैक्ट प्रिंटर कहा जाता है। इस प्रकार के प्रिंटर में पेपर पर अक्षर छापने के लिए केमिकल हीटिंग तथा लजेर तकनीक आदि का प्रयोग किया जाता है चलिए जानते है नॉन इम्पैक्ट प्रिंटर की श्रेणी (Types of Printer in Non Impact rinter categorie) में कौन-कौन से प्रिंटर आते है।
इंक जैट प्रिंटर को बबल जैट प्रिंटर (Bubble Jet Printer) भी कहते है इस प्रकार के प्रिंटर द्वारा किसी भी अक्षर तथा Image को छापा जा सकता है इस प्रिंटर में छोटी-छोटी बूँदों के द्वारा अक्षर तथा Image को बनाया जाता है। इसमें एक नोज़ल (Nozzle) से पेपर पर स्याही की बूँदें स्प्रे कर के ग्राफ़िक या Image प्रिंट किया जाता है इस प्रकार के प्रिंटर में विशेष प्रकार की आवेशित स्याही (Megnetized ink) का प्रयोग किया जाता है। इस स्याही की छोटी छोटी बूँदों को निर्देशित करके ही पेपर पर Image या अक्षर प्रिंट होते है। इस प्रिंटर से प्रिंट किया गया आउट्पुट बहुत clear होता है क्यूँकि इसमें एक अक्षर को बनाने के लिए कई छोटी-छोटी बूँदों का प्रयोग किया जाता है। इंक जैट प्रिंटर की गति को PPM (Pages Per Minute) में नापते है।
इंक जैट प्रिंटर में एक समस्या यह होती है कि अगर इस प्रिंटर से लम्बे समय तक प्रिंट नहीं किया जाए तो Nozzle पर स्याही जम जाती है जिसे इंक क्लौगिंग कहा जाता है पर आज के समय में इस समस्या को हल कर लिया गया है। अगर इसकी प्रिंटिंग क्वालिटी की बात की जाए तो इसकी क्वालिटी 300 dots per inch होती है।
लेज़र प्रिंटर एक लोकप्रिय नॉन इम्पैक्ट प्रिंटर है जो एक गैर-प्रभाव फोटोकॉपियर तकनीक का उपयोग करता है जब कोइ डॉक्युमेंट इस प्रिंटर से प्रिंट करने के लिए भेजा जाता है। तो एक लेज़र बीम विद्युत आवेशों (Electrical charges) का उपयोग करके सेलेनियम-लेपित (selenium coated) ड्रम पर प्रिंट सामिग्री को ड्रॉ करता है या बनाता है। फिर ड्रम को टोनर में घुमाया जाता है जिसमें सूखी पाउडर प्रकार की स्याही होती है जो ड्रम पर Electrical charges द्वारा बनाई गई image या अक्षर पर चिपक जाती है। उसके बाद पेपर को Heat और Pressure से होकर गुज़ारा जाता है जिस से पेपर पर छपाई हो जाती है।
लेज़र प्रिंटर 1980 के दशक के मध्य में पर्सनल कंप्यूटर के साथ उपयोग के लिए लोकप्रिय हुआ। लेजर प्रिंटर लोकप्रिय होने के कारण ज़्यादातर देखने को मिलते है जो कि सीधे कम्प्यूटर से कनेक्ट होते है। कुछ मामलों में लेज़र प्रिंटर का उपयोग प्रिंटिंग, स्कैनिंग, फोटोकॉपी और फ़ैक्स जैसे कामों के लिए किया जाता है। इन उपकरणों को मल्टीफ़ंक्शन प्रिंटर Multifunction printers (MFP) के रूप में जाना जाता है।
लेजर प्रिंटर ब्लैक एंड व्हाइट और कलर प्रिंटिंग दोनों तरह की प्रिंटिंग कर सकते हैं हालांकि रंगीन लेजर प्रिंटर अधिक महंगे होते है। आमतौर पर, लेजर प्रिंटर का उपयोग प्रिंटिंग के लिए किया जाता है जबकि नए All in one printer प्रिंटर, कॉपियर, स्कैनर और फैक्स के रूप में कार्य कर सकते हैं।
यह प्रिंटर पेपर या किसी दस्तावेज़ को प्रिंट नहीं करता है बल्कि यह किसी भी वस्तु या ऑब्जेक्ट का 3 Dimensional भौतिक रूप का निर्माण करता है। जहाँ एक साधारण प्रिंटर में इंक और पेपर की आवश्यकता होती है, वहीं इस प्रिंटर में प्रिंट की जाने वाली वस्तु के आकार, रंग आदि का निर्धारण कर उसी अनुरूप उसमें पदार्थ डाले जाते हैं। 3D प्रिंटर पिघले हुए प्लास्टिक या पाउडर जैसी विभिन्न सामग्रियों से 3D ऑब्जेक्ट बनाने के लिए उपयोग करते हैं। 3D प्रिंटर से विभिन्न प्रकार के Shapes व Size के ऑब्जेक्ट तैयार किए जा सकते है। यह कुछ हद तक इंकजेट प्रिंटर के समान कार्य करते हैं यह किसी ऑब्जेक्ट को बनाने के लिए एक लेयरिंग विधि का उपयोग करते हैं। यह प्रिंटर जमीन से ऊपर की तरफ़ काम करते हैं और परत दर परत तब तक ढेर करते हैं जब तक कि वस्तु बिल्कुल वैसी नहीं दिखती जैसी हमें चाहिए थी। इस Types के Printer को हम Non Impact Printer की Categorie में रखेंगे क्यूँकि इसके काम करने का तरीक़ा इंक जैट प्रिंटर जैसा होता है।
आज के पोस्ट में आपने प्रिंटर के प्रकार (Types of Printer) के बारे में जाना, Impact Printer (इम्पैक्ट प्रिंटर) और Non Impact Printer (नॉन इम्पैक्ट प्रिंटर) क्या होते है और इनके काम करने का तरीक़ा कैसा होता है। मुझे उम्मीद है कि आपको प्रिंटर से सम्बंधित पूरी जानकारी मिल गई होगी अगर आपको इस पोस्ट से कुछ नयी जानकारी मिली है और आपको कुछ नया सीखने को मिला है तो इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ शेयर कीजिए।
प्रिंटर के प्रकार (Types of Printer) के बारे में अगर आपने यह पोस्ट पूरी पढ़ी है तो आपको यह अन्य पोस्ट भी पसंद आएगी।